EVERYTHING ABOUT MAHAVIDYA BAGLAMUKHI

Everything about mahavidya baglamukhi

Everything about mahavidya baglamukhi

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नोट : सामान्य व्यक्ति को यह साधना किसी योग्य गुरु के निर्देशन में करनी चाहिये, क्योंकि यह साधना तलवार की धार के समान है। सामन्य पंडित भी इस प्रकार की साधना सम्पन्न कराने में हिचकिचाते है। यदि थोड़ी सी भी ग़लती हो जाती है तो साधना करने वाले व्यक्ति को नुकसान हो जाता है। इस साधना को गुरु के निर्देशन में अवश्य ही करें या हमारे उच्चकोटि पंडितों से करवा सकते है और बगलामुखी “सिद्ध यन्त्र” प्राप्त कर धारण कर सकते है।

वदामस्ते मातः श्रुति मुखकरं नामललितं लसन् मात्रावर्णं जगति बगळेति प्रचरितं । चलंतः तिष्ठंतो वयं उपविशंतोऽपि शयने भजामोयत् श्रेयो दिवि दुरवलभ्यं दिविषदाम् ।।

Nobody is proof against difficulties in everyday life as problematic cases certainly are a manifestation of our past everyday living negative karmas. People today somehow manage to confront the vast majority of difficulties or troubling situations within their lives which are fuelled by insignificant or manageable adverse karmas.

नमामस्ते मातः कनक कमनीयांघ्रि जलजं वलद् विद्युद् वर्णां घनतिमिर विध्वंस करणं । भवाध्भौ मग्नानां तरणकरणं सर्वशरणं प्रपन्नानां मातर् जगति बगळे दुःख दमनम् ।।

Kinsley translates Bagalamukhi as "she who may have the encounter of the crane". Bagalamukhi is rarely depicted with a crane-head or with cranes. Kinsley believes the crane's behaviour of standing even now to catch prey is reflective on the occult powers bestowed through the goddess.[five]

साधक को दिन में सोना नहीं चाहिए न व्यर्थ की बातचीत करें और न किसी स्त्री से किसी प्रकार का सम्पर्क ही स्थापित करें।

करधृत रिपुजिह्वा पीडनस्य ग्रहस्तां पुनरपि गदया तां ताडयंतीं सुतंत्रां । प्रणत सुर गणानां पालिकां पीतवस्त्रां बहुबल बगळां तां पीतवस्त्रां नमामः ।।

इति बगलामुखी अथवा पीताम्बरी ध्यानम् ॥

नकिंचित् दुर्लभं तस्य दृश्यते जगती तले । शत्रवो ग्लानिमायांति तस्य दर्शनमात्रतः ।।

Chanting of Bagalamukhi beej mantra supplies devotees with a great good Strength circulation in the head, overall body, and soul. This spiritual mantra gets rid of every one of the sorrows check here and pains of particular person existence and guides them on the pathway of results and peace.

यस्य स्मरणमात्रेण पवनोऽपि स्थिरायते ।।

इति ध्यात्वा पंचमुद्रया संपूज्य पीत शंखगदाहस्ते । पीत चन्दनचर्चिते बगळे मे वरंदेहि शत्रु संघ विदारिणि ।।

Tiny girls are likewise revered and presented sacred foods since folks think of them as being the Goddess’ avatars. Kirtans and Jagrans are scheduled at temples and destinations of worship.

वृत्त च षोडशदलं यंत्र च भूपुरात्मकम्।।

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